मैंने अब तक कई फिल्में की हैं, लेकिन उन सब में सबसे खास फिल्म है "रब्बा इश्क़ ना होवे"। ये मेरे दिल के काफी करीब है। इसको लेकर मैं पहले दिन से ही काफी उत्साहित था। जब फिल्म की कहानी मेरे पास आई तो मैंने डिसाइड कर लिया था कि इसको मैं ही करूंगा। पटकथा इतनी अच्छी थी कि शूट के दौरान लगा ऐसी कहानी मुझे आज तक क्यों नहीं मिली।, ये कहना है एक्ट्रेस कनक यादव का, जिनकी मोस्ट डिजारेबल फिल्म "रब्बा इश्क़ ना होवे" आज यानी 17 नवंबर से सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. फिल्म में कल्लू के अपोजिट ऋतु सिंह और कनक यादव नजर आ रही हैं। कल्लू का कहना है कि फिल्म में मेरे तीन डिफरेंट शेड्स देखने को मिलेंगे। मेरी भूमिका एक ऐसे ब्रह्माण बालक की है, जिसे पिता ने ब्रह्मचर्य की शिक्षा दी है। वह काफी भोला और सीधा रहता है। साथ ही लड़कियों से दूर भागता है। हालांकि एक लड़की उससे वन साइडेड प्रेम करती है, मगर उसे प्यार ऋतु सिंह से हो जाता है। उसके बाद फिल्म में शुरू होता है समाज का प्रपंच, जो क्लाइमेक्स को खूबसूरत बनता है। दर्शकों को फिल्म की कहानी पसंद आयेगी, क्योंकि ऐसी फिल्म आज तक भोजपुरी सिनेमा में नहीं बनी। इस फिल्म में लोगों को एक संदेश भी मिलेगा कि सबों को प्रेम से रहना चाहिए, उसी में भलाई है।
बिहार के धार्मिक शहर बक्सर से आने वाले कल्लू कहते हैं कि ‘रब्बा इश्क़ ना होवे’ में भोजपुरिया सिनेमा में आये बदलाव की भी झलक मिलेगी। क्योंकि फिल्म की कहानी यूपी की है, तो शूटिंग भी लखनऊ समेत वहां के कई बेहतरीन लोकेसंस पर की गई है। इसलिए इसमें भोजपुरिया टच भी दिखेगा। कनक यादव ने भोजपुरी सिनेमा के सुपर विलेन अवधेश मिश्रा और बताशा चाचा के नाम से मशहूर मनोज टाइगर के साथ काम करने को इंस्पायरिंग बताया। कहा कि उनसे शूट के दौरान बहुत कुछ सीखने को मिलता है। वे इंडस्ट्री के लीजेंड हैं। बता दें कि कल्लू ने ‘रब्बा इश्क़ ना होवे’ में कुछ आठ गाने भी गाये हैं। प्रियंका सिंह और इंदु सोनाली के साथ डूएट भी गए हैं। भोजपुरी अलबम से पहचान बना कर फिल्मों में आने वाले कल्लू अपनी कल रिलीज होने वाली फिल्म को लेकर एक्साइटेड हैं और दावा करते हैं कि ऐसी फिल्म भोजपुरी में कभी नहीं बनी, इसलिए लोगों को सिनेमघरों में जाकर फिल्म देखनी चाहिए। वहीं, ‘रब्बा इश्क़ ना होवे’ के बार कल्लू की फिल्म स्वर्ग, सैंया सुपरस्टार और सरकाय लियो खटिया भी फ्लोर पर है, मगर उनको ‘रब्बा इश्क़ ना होवे’ से ज्यादा उम्मीदें हैं।
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